ऋषिकेश

देवभूमि के तीर्थ पुरोहितों से माफी भी मांगे भाजपाः विजय सारस्वत

ऋषिकेश। देवस्थानम एक्ट को वापस लेने मात्र से ही भाजपा सरकार के पाप धूल नहीं जाते। सरकार को देवभूमि उत्तराखंड के चारों धामों के तीर्थ पुरोहितों, हक हकूकधारियों से बहुमत की आड़ में धार्मिक परंपराओं के साथ छेड़छाड़ करने के लिए माफी मांगनी चाहिए।

ये कहना है कि कांग्रेस के दिग्गज नेता विजय सारस्वत का। सारस्वत गुरूवार को मीडिया से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा की जुल्मी सरकार को देवभूमि उत्तराखंड के चारों धामों के तीर्थ पुरोहित और हक हकूकधारी कभी भूलने वाले नहीं है। सब जान गए हैं कि भाजपा का सत्ता पर कैसे रंग बदलती है।

उन्होंने कहा कि 2019 में डंके की चोट और बहुमत की आड़ में देवस्थानम एक्ट बनाने वाली भाजपा की सरकार चुनाव को देखकर बैकफुट पर है।

सरकार ने एक्ट को वापस लेने का ऐलान किया है। चुनाव, कांग्रेस का सत्ता में आने पर एक्ट को पहले ही दिन वापस लेने के ऐलान और तीर्थ पुरोहितों का संघर्ष ने भाजपा सरकार को ऐसा करने के लिए मजबूर किया।

सारस्वत ने कहा कि भाजपा की जुल्मी सरकार को देवभूमि उत्तराखंड के चारों धामों के तीर्थ पुरोहित और हक हकूकधारी कभी भूलने वाले नहीं है। सब जान गए हैं कि भाजपा का सत्ता पर कैसे रंग बदलती है। कैस मठ मंदिरों की परंपरागत व्यवस्थाओं में दखल देती है।

उन्होंने कहा कि एक्ट बनाते वक्त इसे प्रचंड बहुमत की सरकार की उपलब्धि बताने वाले मुख्यमंत्री, मंत्री और भाजपा के विधायक अब इसे वापस लेने को भी उपलब्धि बता रहे हैं। ये राज्य के लोगों के साथ मजाक है। भाजपा राज्य में सरकार के बजाए सर्कस चला रही है।

राज्य के लोग इस बात को अच्छे से समझ चुके हैं। उन्होंने दो टूक कहा कि कांग्रेस सरकार में आते ही तीर्थ पुरोहितों पर एक्ट थोपकर किए गए जुल्मों पर मरहम लगाएगी।

इस मौके पर शैलेंद्र बिष्ट, राकेश नागपाल, एडवोकेट राकेश सिंह मियां, ललित मोहन मिश्रा, वेदांत उपाध्याय, शिव कुमार राजपूत, शरत शर्मा, नंद किशोर जाटव, जगत नेगी आदि मौजूद थे।

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