नौकरी घोटाले पर अंकुश लगाने को बनेगा कानून
देहरादून। सरकार की सख्ती और व्यवस्थाओं को धत्ता बताकर सरकारी भर्तियों के पेपर लीक करने/नकल/ नौकरी घोटाले पर अब कानून के माध्यम से अंकुश लगाया जाएगा।
दो दिन पूर्व पटवारी भर्ती परीक्षा में पेपल लीक होने की पुष्टि के बाद सरकार हैरान है। तमाम सख्ती के बावजूद पेपर लीक होने से लोक सेवा आयोग की व्यवस्थाओं पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। बहरहाल, सरकार ने इसे गंभीरता से लिया।
शुक्रवार को हुई कैबिनेट की बैठक में भर्तियों में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए कड़ा कानून बनाने का निर्णय लिया गया।
मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने बताया कि कैबिनेट में निर्णय लिया गया है कि भर्तियों में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सरकार द्वारा शीघ्र ही एक सख्त नकल विरोधी कानून लाया जाएगा, जिसमें दोषी को उम्रकैद तक की सजा का प्राविधान किया जाएगा।
साथ ही, इस कार्य में अर्जित की गयी सम्पत्ति को भी जब्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोक सेवा आयोग द्वारा लेखपाल की परीक्षा को दोबारा आयोजित किया जाएगा। जिन अभ्यर्थियों ने पूर्व में इसके लिए आवेदन किया है, उन्हें दोबारा आवेदन नहीं करना होगा। न ही इसके लिए कोई फीस देनी होगी। साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि उत्तराखण्ड ट्रांसपोर्ट कार्पोरेशन की बसों में अभ्यर्थियों को किराया नहीं देना होगा, अभ्यर्थियों का प्रवेश पत्र ही उनका यूटीसी की बसों में टिकट माना जाएगा।