सीबीआई से कराई जाए अंकिता मर्डर केस की जांच
ऋषिकेश। अंकिता मर्डर केस की जांच सीबीआई से कराई जाए। इसके लिए नए सिरे से आंदोलन किया जाएगा। एसआईटी की जांच किसी भी स्तर पर भरोसे के लायक नहीं है।
अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने की मांग को लेकर 20 दिनों से युवा न्याय संघर्ष समिति के बैनर तले आंदोलनरत लोगों ने एसआईटी की जांच पर सवाल खड़े किए।
राज्य के पुलिस प्रमुख और अंकिता मर्डर केस की जांच कर रही एसआईटी की प्रमुख से मिलकर लौटा युवा न्याय संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमंडल ने मीडिया के सम्मुख अनुभव साझा किए। दो टूक कहा कि एसआईटी की जांच भरोसे के लायक नहीं है।
हत्या को लेकर जनता के बीच जो सवाल हैं अधिकारी उनसे बचना चाहते हैं। वीआईपी को लेकर अधिकारी अलग ही कहानी बयां कर रहे हैं। कहा कि दोनों अधिकारियों के बात करने का अंदाज बताता है स्टेट की एजेंसियां अंकिता को शायद ही न्याय दिला सकें।
राज्य आंदोलनकारी शकुंतला रावत ने रोते हुए कहा कि हम पहले राज्य के लिए शहादतों पर रोए और बेटियों की चिंता सताती है। उन्होंने सवाल उठाए कि आखिर वीआईपी की थ्योरी को जांच एजेंसी क्यों नकार रही हैं। प्रतिनिधिमंडल ने डीजी और एसआईटी प्रमुख से हुई तमाम बातों साझा की और कहा कि जांच भरोसे के लायक नहीं है।
कहा कि अंकिता को न्याय दिलाने के लिए बड़ा आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर प्रमिला रावत, दीपक जाटव, हिमांशु रावत, संजय सिल्सवाल, जयेंद्र रमोला, प्रवीण जाटव, देवी प्रसाद व्यास, लक्ष्मी बुड़ाकोटी, रामेश्वरी चौहान, शकुंतला रावत, विक्रम भंडारी, सुरेंद्र नेगी, चुद्रभूषण शर्मा आदि मौजूद थे।