उत्तराखंड

बीन नदी पर पुल के नाम पर सिर्फ आश्वासन, चुनाव का बड़ा मुददा

यमकेश्वर। बीन नदी पर पुल बनाएंगे। इस वादे के साथ नेताओं ने यहां से खूब चुनाव जीते। मगर, 21 सालों में पुल के निर्माण के नाम पर कुछ नहीं हुआ। पुल की मांग करते-करते और इसके लिए वोट देते-देते क्षेत्र के लोग अब थक चुके हैं और अब नेताओं को चुनाव में सबक सीखाने को तैयार हैं।

पौड़ी जिले की यमकेश्वर विधानसभा का चुनावी मुददा तैयार है। बीन नदी और गंगा नदी पर सिंगटाली के पास प्रस्तावित मोटर पुल बड़े मुददे बन चुके हैं। दोनों कार्यों के नाम पर लोगों को सिर्फ कोरे आश्वासन देने वाले राजनीतिक दल और नेता लोगों के निशाने पर हैं।

संयोग है कि पिछली चार विधानसभा चुनाव में यहां एक दल के प्रत्याशी को ही आशीर्वाद मिला। बीन नदी पर पुल बनें इसके लिए लोग एकतरफा वोट करते रहे। हर चुनाव में इस मुददे पर विधायक जी ने खुद के लिए भी वोट लिए और सांसद जी ने भी। मगर, बीन नदी पर पुल का वादा पूरा नहीं हो सका।

लोगों में इसको लेकर खासी नाराजगी है। पुल को लेकर हर चुनाव से कुछ दिन पूर्व जनप्रतिनिधियों द्वारा दिखाई जाने वाली गंभीतर अब लोगों का मुंह चिढ़ा रही है। इस नाराजगी को अब लोग सार्वजनिक तौर पर व्यक्त कर रहे हैं। पूछ रहे हैं कि आखिर क्यों नहीं बन रहा बीन नदी पर पुल।

गंगा के कटाव से पूरे क्षेत्र को खतरा पैदा हो गया। कौड़िया-किमसार मोटर मार्ग के पक्कीकरण, बीन नदी पर पुल और बाढ़ सुरक्षा की मांग को लेकर क्षेत्र के लोगों ने आंदोलन किया। अनशन भी हुआ। मगर, हुआ कुछ नहीं। आश्वासन मिला और चुनाव में वोट लिए गए।

कौड़िया-किमसार मोटर मार्ग और बीन नदी पर पुल बनने से विधानसभा के 82 गांव को लाभ मिलता। मगर, धरातल पर कुछ नहीं हुआ। लोग का भरोसा हर स्तर पर टूट गया है।

मंगल दल के अध्यक्ष संदीप राणाकोटी मानते हैं कि अब लोगों का धैर्य जवाब देने लगा है। ग्रामीणों को पुल के नाम पर ठगा जा रहा है। अब बहुत हो चुका है।

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