कुश्ती और कबडडी जैसे खेलों की उत्तराखंड में अच्छी संभावनाः योगेश्वर दत्त
ऋषि टाइम्स न्यूज
मुनिकीरेती। पहाड़ी राज्य उत्तराखंड के युवा कुश्ती और कबडडी मंे भाग्य अजमाएं। राज्य की आबोहवा और यहां के लोगों के संघर्ष भरा जीवन इसमें उनकी संभावनाएं बढ़ाएंगे।
ये कहना है 2012 के लंदन ओलंपिक के पदक विजेता योगेश्वर दत्त का। योगेश्वर दत्त अनिरूद्ध पोखरियाल द्वारा आयोजित चार दिवसीय योग शिविर में प्रतिभाग करने आए थे। रविवार को मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में कुश्ती और कबडडी की अच्छी संभावनाएं हैं।
उन्होंने कहा कि यहां का संघर्षभरा जीवन उक्त दोनों खेलों की पहली शर्त है। कहा कि उत्तराखंड के युवाओं को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। राज्य सरकार के स्तर से भी इसे प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। ताकि दैनिक संघर्ष के जीवन का लाभ कुश्ती और कबडडी जैसे खेल में मिल सकें।
उन्होंने कहा कि कुश्ती के क्षेत्र में यदि उत्तराखंड के युवाओं को उनकी मदद की जरूरत पड़ेगा तो हमेशा तैयार हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि 2036 ओलंपिक की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। हरियाणा सरकार ने इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। इसके लिए हरियाणा सरकार ने अच्छा खास बजट भी जारी किया है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भारत ओलंपिक की मेजबानी हेतु प्रयास कर रहा है। प्रयास सफल हुए तो खेलों के क्षेत्र में भारत की लंबी छलांग होगी। उन्होंने कहा कि ओलंपिक पदक तालिका में भारत की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है। विभिन्न खेल संघ इस दिशा में काम कर रहे हैं।
गत वर्ष महिला पहलवानों के साथ हुए विवाद पर उन्होंने कहा कि अब सब आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि खेल और खिलाड़ी की बेहतरी में फैडरेशन का बड़ा रोल होता है। इस मौके पर मेजर डा. अभिनव असवाल, चंद्रवीर पोखरियाल, अनिरूद्ध पोखरियाल मौजूद रहे।