कुछ तो बात है मेयर अनिता ममगाईं के नेतृत्व में, असंभव लग रहे काम को बनाया संभव
ऋषिकेश। नगर निगम की प्रथम मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं के नेतृत्व में कुछ तो खास बात है। उन्होंने शहर की एक बड़ी समसया के निदान का चुनाव में किया वादा पूरा कर दिया। असंभव से लग रहे इस काम को संभव बनाने वाली मेयर की हर कोई तारीफ कर रहा है।
बात हो रही है शहर के बीचों बीच कूड़े के ढेर की। कूड़े का ये ढेर वर्षों से तीर्थनगरी ऋषिकेश की स्वच्छता/ पवित्रता पर सवाल खडे़ करता था। समय-समय पर इस पर राजनीतिक भी खूब हुई। मगर, निदान नहीं निकला। 2018 में मेयर का चुनाव लड़ते वक्ता श्रीमती अनिता ममगाईं ने कूड़े के ढेर के निस्तारण को अपनी पहली प्राथमिकता बताया था। घोषणा पत्र में ये वादा पहले नंबर पर था।
तब इसे चुनावी वादा भर समझा गया था। मेयर बनने के बाद श्रीमती अनिता ममगाईं इस काम के पीछे लग गई। कार्यकाल के तीन वर्ष पूरे होते-होते उन्हें सफलता भी मिल गई। जी हां, शहर के बीचों-बीच लगे कूड़े के ढेर का निस्तारण होने लगा है।
शहर के कूड़े के निस्तारण हेतु ऑटोमैटिक प्लांट के लिए लाल पानी बीट में 10 एकड़ भूमि आवंटित हो गई। शनिवार को मेयर ममगाईं ने निस्तारित कूड़े के ढेर के एक हिस्से में प्रेस कांफ्रेंस की। उन्होंने मीडिया के सम्मुख इस मामले को रखा।
मना कि इसे असंभव बताया जा रहा था। नगर निगम की टीम ने इसे संभव कर दिखाया। उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र से गुजरते वक्त लोग नाक बंद कर लेते थे वो अब शहर का ग्रीन जोन होगा। कूड़े का निस्तारण तेजी हो रहा है।
जल्द ही लाल पानी में आवंटित भूमि में चार दीवारी के साथ ही ग्रीन बेल्ड विकसित की जाएगी। उन्होंने कहा कि यहां कूड़े का ढेर नहीं लगाया जाएगा। बल्कि इसका ऑटोमैटिक मशीन से निस्तारण किया जाएगा।
इसके अलावा मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं ने नगर निगम की तीन साल की उपलब्धियों को भी मीडिया के सम्मुख रखा। उन्हें मेयर पद तक पहुंचाने के लिए भाजपा संगठन का भी आभार प्रकट किया। कहा कि अब पार्किंग और ट्रांसपोर्ट नगर के लिए प्रयास कर रही हैं।
इस मौके पर नगर निगम के स्वच्छता के ब्रांड एंबेस्डर महंत रवि प्रपन्नाचार्य, पार्षद शिव कुमार गौतम, सचिन, राजेंद्र बिष्ट, विजय बडोनी, अजीत सिंह गोल्डी, राधा रमोला, सहायक नगरायुक्त एलनदास, संदीप शास्त्री, अभियंता आनंद सिंह मिश्रवाण आदि मौजूद थे।