आठ ब्लॉकों के जनप्रतिनिधियों सिंगटाली मोटर पुल को देहरादून में किया प्रदर्शन
ऋषि टाइम्स न्यूज
देहरादून। 17 साल पूर्व प्रस्तावित/स्वीकृत सिंगटाली मोटर पुल का काम शुरू करने की मांग को लेकर यमकेश्वर, द्वारीखाल समेत आठ विकासखंड के जनप्रतिनिधियों ने देहरादून में जोरदार प्रदर्शन किया। विधानसभा घिराव को जा रहे लोगांे की पुलिस और प्रशासन के साथ तीखी नोकझोंक हुई।
गढ़वाल और कुमाऊं मण्डल को जोड़ने वाला लंबित और बहुप्रतीक्षित सिंगटाली मोटर पुल के निर्माण में हो रही अत्यधिक देरी के विरोध में सिंगटाली मोटर पुल संघर्ष समिति के बैनर तले पौड़ी के आठ विकास खंड के प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य एवं क्षेत्र के लोगों ने बुधवार को देहरादून में जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन को प्रमुख संगठन उत्तराखंड और द्वारीखाल विकास खंड प्रमुख महेंद्र राणा ने समर्थन दिया।
जोगीवाला के पास एकत्रित हुए लोग ढोल दमाउ और गाजे बाजों के साथ जुलूस के रूप में विधानसभा की ओर बढ़े। विधानसभा के पास पुलिस और प्रशासन ने अवरोध खड़े कर जुलूस को रोक दिया। इस दौरान ग्रामीणों की पुलिस और प्रशासन के साथ जमकर नोकझांेक हुई। ग्रामीण लोनिवि मंत्री को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ गए।
विधान सभा बेरिकेटिंग में झूलूस को रोक दिया गया। समिति के अध्यक्ष उदय सिंह नेगी ने कहा गया सरकार लगातार इस पुल की मांग को दरकिनार कर रही है। वर्तमान विधायक रेणु बिष्ट ने क्षेत्र से बिल्कुल संवाद हीनता कर रखी है। मुख्यमंत्री द्वारा उक्त मांग की लगातार उपेक्षा की जा रही है। कुछ राजनीतिक लोगों और भू माफिया की संलिप्तता की वजह से, अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए इस पुल को रोका जा रहा है।
पिछले वर्ष ही 112 करोड़ की डीपीआर तैयार कर शासन में स्वीकृति हेतु लंबित है किंतु सरकार उसे दरकिनार कर रही है, और नए सिरे से स्थल जांच के लिए कहा जा रहा है, यह बिल्कुल अनर्गल बातें हैं, सरकार यदि तैयार 112 करोड़ की डीपीआर को स्वीकृति नहीं देती तो अब बहुत बड़ा जनांदोलन मुख्यमंत्री आवास पर होगा, उदय सिंह ने कहा क्यों सरकार पुल तक सड़क का कार्य शुरू नहीं कर रहीं है जबकि अभी भी 2006 की वित्तीय स्वीकृति 15.76 लाख में से 11 करोड़ ही खर्च हुए हैं सरकार जैसे बोलती है की पुल बनाएंगे तो सबसे पहले अप्रोच सड़क का कार्य तो शुरू करे, यदि अगले एक सप्ताह में अप्रोच सड़क के टेंडर नहीं होते तो विधायक आवास पर ऋषिकेश में धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
प्रमुख संगठन उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र राणा ने कहा कि यह एक बहुत बड़े क्षेत्र का बड़ा ही दुर्भाग्य है कि डीपीआर तैयार होने के उपरांत भी सरकार नए सिरे से स्थल जांच शुरू करने को कह रही है, राणा ने कहा कि क्षेत्रीय विधायक रेणु बिष्ट क्यों सरकार से विधान सभा में प्रश्न नहीं करती, जबकि विधान सभा चुनाव के दौरान इसी पुल को लेकर काफी वादे रेणु बिष्ट ने किए।
विधायक रेणु बिष्ट की इस पुल के निर्माण के लिए अपनी मंशा जनता को बतानी चाहिए। राणा ने उपस्थित सभी क्षेत्र वासियों का आभार प्रकट किया और कहा कि मुझे से आपको भी जो जरूरत हो तन मन धन से पुल की समिति के साथ लगा हूं। राणा ने दोहराया की यदि अगले कुछ सप्ताह में पुल का काम शुरू नहीं होता तो पौड़ी के सभी ब्लॉक प्रमुख को लेकर समिति के साथ जहां भी समिति कहे अनिश्चित कालीन हड़ताल किया जायेगा।
राणा ने कहा हाल ही पुल की मांग को लेकर लैंसडाउन विधायक महंत दिलीप रावत के साथ मुख्यमंत्री को मिले तब भी मुख्यमंत्री ने कहा था की करवा रहे हैं, किंतु मैं पूछता हूं कि कब सिंगटाली मोटर पुल का भूमि पूजन होगा, यदि सरकार पुल के लिए इतनी ही सक्रिय है तो क्यों पुल तक अप्रोच सड़क का निर्माण कार्य शुरू नही करते, जबकि दूरी मात्र आधा किलोमीटर है।
समिति के सचिव विक्रम सिंह नेगी ने कहा की सरकार की हठधर्मिता देखिए एक तरफ कहती है पुल का कार्य जल्द शुरू होगा तो दूसरी तरफ तैयार डीपीआर को स्वीकृति नहीं देते, सरकार तत्काल प्रभाव से डीपीआर को स्वीकृति दे और एक सप्ताह में अप्रोच सड़क का टेंडर जारी करे। विधान सभा घिराव के लिए जुलूस को विधान सभा के बाहर बेरिकेटिंग पर रोका गया। समिति ने मांग की कोई केबिनेट स्तर मंत्री या सचिव पीडब्ल्यूडी ज्ञापन लेने आए, किंतु नहीं आए। जबकि सुबह से जनता सड़क पर है, लोग सतपुली, एकेश्वर, पोखड़ा, कोटद्वार, लैंसडाउन, रिखणी खाल, द्वारीखाल, व्यास घाट, कांडी, खंड, किनसुर, दाबड़, चांदपुर, काटल, महादेव चट्टी, बलोगी, सिंगटाली, कूला, खेड़ा, गैंडखाल, सिलोगी, गुमखाल आदि जगहों से आए, चूंकि लोगों को पुनः अपने घर भी जाना था और धरना प्रदर्शन भी एक दिन ही था।
शासन की तरफ से मौके पर ज्ञापन लेने हेतु देहरादून के सिटी मजिस्ट्रेट आएं उन्होंने लोगों से अपील की को शासन में मेरी वार्ता हुई आपके पुल के लिए शासन ने जल्द कार्यवाही को कहा है इसलिए अपने अपने गांव वापिस चलें जाएं। सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्युष सिंह ने समिति को लिखित में आश्वाशन दिया कि अपर सचिव पीडब्ल्यूडी विभाग से वार्ता के क्रम में अवगत कराना है की सिंगटाली मोटर पुल के विषय पर विभाग ने संज्ञान लिया है और शीघ्र ही कार्यवाही होगी।
समिति के अध्यक्ष उदय सिंह नेगी, सचिव विक्रम सिंह नेगी ने धरने में शामिल सभी क्षेत्र वासियों का आभार प्रकट किया। समिति ने यह निर्णय भी लिया है की यदि अगले 15 दिनों में सिंगटाली मोटर पुल की शासन को प्रेषित 115 करोड़ की डीपीआर को स्वीकृति नहीं मिलती और पुल तक अप्रोच सड़क का निर्माण कार्य के टेंडर नहीं होते तो अब अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन मुख्यमंत्री आवास देहरादून में किया जाएगा जिसमें सभी गढ़वाल वासी अपने परिवार सहित शामिल होंगे।
इस अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन की पूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन और क्षेत्रीय विधायक रेणु बिष्ट की होगी। धरने में सम्मिलित होने वालों में मीरा गुसाईं, संध्या बिष्ट, प्रीति बिष्ट, शोभा मैठाणी, किरण राणा, पूजा, अर्चना, गजेंद्र बिष्ट, समिति के उपाध्यक्ष देवेंद्र मैठाणी, कोषाध्यक्ष राजीव बिष्ट, सुनील बिष्ट, शिव दयाल, प्रधान किनसूर दीप चंद, प्रधान दाबड राजेंद्र राणा, गोलू, हर्ष वर्धन बड़थ्वाल, गिरीश, राजेश, रमेश, मनोज, विनीत, जगमोहन, विनोद, स्वयंवर विनोद, मातबर, शिव चरण आदि मौजूद रहे।