आमरण अनशनकारी शकुंतला रावत को जबरन उठाया, प्रशासन पर दुर्व्यवहार का आरोप
ऋषि टाइम्स न्यूज
ऋषिकेश। उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने की मांग को लेकर छह दिनों से अननशनरत आंदोलनकारी शकुंतला रावत को देर रात पुलिस ने जबरन उठा दिया। पुलिस पर आंदोलनकारी ने गंभीर आरोप लगाए हैं।
अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने के लिए युवा न्याय संघर्ष समिति के बैनर तले 40 दिनों से चल रहे धरने और पांच दिनों से चल रहे आमरण अनशन चल रहा है। सोमवार देर रावत कोतवाली पुलिस ने अनशन स्थल से अनशनकारी शकुंतला रावत को जबरन उठा दिया।
उन्हें ऋषिकेश स्थित जिला स्तरीय सरकारी हॉस्पिटल के बजाए सीधे दून हॉस्पिटल भेजा गया। आरोप है कि इससे उनकी तबियत और बिगड़ गई। अनशन स्थल से उठाते वक्त उनके कमर पर चोट आ गई। बहरहाल, सुबह वो लौट आई। अनशन स्थल पर पहुंचकर उन्हें पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। कोतवाल के व्यवहार को लेकर भी महिला आंदोलनकारियों ने आपत्ति व्यक्त की।
उन्होंने दो टूक कहा कि वो शासन के इशारे पर हो रही प्रशासन के उत्पीड़न से डरने वाली नहीं है। बहरहाल, सूचना मिलते ही देहरादून समेत अन्य स्थानों से बड़ी संख्या में आंदोलनकारी ऋषिकेश पहुंच गए हैं यूकेडी नेता शिव प्रसाद के नेतृत्व में यूकेडी से उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर प्रशासन के कदम की कड़ी निंदा की।
युवा न्याय संघर्ष समिति के अध्यक्ष संजय सिल्सवाल ने दो टूक कहा कि पुलिस प्रशासन के ऐसे हथकंडों से वो डरने वाले नहीं हैं। इस मौके पर वक्ताओं ने राज्य की भाजपा सरकार पर भी गंभीर आरोप लगाए। इस बीच, आंदोलनकारी सरोजनी थपलियाल ने अनशन शुरू कर दिया है।
इस मौके पर रामेश्वरी चौहान, जयेंद्र रमोला, संजय सिलस्वाल, लक्ष्मी कठैत, समीर रतूड़ी, सुनील नवाली, जितेंद्र पाल पाठी, सूरज कुकरेती, उषा चौहान,सुरेंद्र सिंह नेगी, जितेंद्र सिंह, अरविन्द हटवाल, कमलेश शर्मा, मदन सिंह राणा, जया डोभाल, स्वरूपी देवी, जन्म देवी, अमरा बिष्ट, अनिता, गुड्डी डबराल, विनोद रतूड़ी, रामेश्वरी नेगी, पुष्पा जोशी, मीना चौहान, उषा चौहान राजेश शर्मा, राजेंद्र कोठारी, रविन्द्र प्रकाश भारद्वाज, जी एस रावत, अशुतोष डंगवाल, हंसराज, हरि सिंह नेगी, राजेंद्र कोठारी, कमल, रविन्द्र ममगाई, भगवती चमोली, वंशिका जैन, वीरा, सरोजनी रावत, विमला, रेखा सजवान, राधा, हेमा रावत, प्रवीण जाटव, कमल किशोर, शिव प्रसाद जोशी, शीला ध्यानी, लक्ष्मी बुडाकोटी, विक्रम भण्डारी आदि मौजूद रहे।