ऋषिकेश

संत निरंकारी मिशन का त्रिवेणी घाट क्षेत्र में स्वच्छ जल, स्वच्छ मन के तहत स्वच्छता अभियान

ऋषि टाइम्स न्यूज

ऋषिकेश। संत निरंकारी मिशन का प्रोजेक्ट अमृत के तृतीय चरण स्वच्छ जल, स्वच्छ मन के तहत त्रिवेणी घाट क्षेत्र में स्वच्छता अभियान चलाया गया। अभियान के तहत करीब 40 कुतल कूड़ा एकत्रित किया गया।

संत निरंकारी मिशन की सेवा भावना और मानव कल्याण के संकल्प को साकार करने हेतु प्रोजेक्ट अमृत के अंतर्गत स्वच्छ जल. स्वच्छ मन परियोजना के तृतीय चरण का सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज एवं सत्कार योग्य निरंकारी राजपिता रमित जी के पावन सान्निध्य में यमुना नदी के छठ घाट, आई.टी.ओ, दिल्ली में रविवार को शुभारंभ हो गया।

इसी क्रम में ब्रांच ऋषिकेश द्वारा त्रिवेणी घाट पर भी गंगाजल की अविरल धारा को स्वच्छ करने हेतु सफाई अभियान चलाया गया। त्रिवेणी घाट पर मिशन के सेवादार महात्मा एकत्रित होकर जोनल इंचार्ज हरभजन सिंह जी के सानिध्य में सर्वप्रथम प्रार्थना की और उसके पश्चात गंगा जी के किनारो पर फैली गंदगी को साफ किया सफाई, तथा घाट पर झाड़ू लगाकर सफाई की गई।

अभियान में सेवादारों ने 40 कुंतल कूड़ा एकत्रित किया जिसमें गंगा जी में कपड़े, पूजा सामग्री, प्लास्टिक की पॉलिथीन, खंडित मूर्तियां और अनेक प्रकार का कूड़ा को निकाल कर बोरों में भरकर नगर निगम के हवाले किया गया।

संत निरंकारी चौरिटेबल फाउंडेशन के बच्चों द्वारा पानी के संरक्षण, पानी को स्वच्छ रखने का संदेश नुक्कड़ नाटक के माध्यम से प्रस्तुत किया।संत निरंकारी मिशन ने बाबा हरदेव सिंह जी महाराज की प्रेरणादायक शिक्षाओं को आत्मसात करते हुए वर्ष 2023 में संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से प्रोजेक्ट अमृतश् का शुभारंभ किया था।

इस दिव्य पहल का उद्देश्य केवल जल स्रोतों की स्वच्छता सुनिश्चित करना ही नहीं, बल्कि जल संरक्षण को मानव जीवन का अभिन्न अंग बनाने की सोच को विकसित करना है। नदियों, झीलों, तालाबों, कुओं और झरनों जैसे प्राकृतिक जल स्रोतों की स्वच्छता एवं संरक्षण को समर्पित इस महाअभियान ने अपने पहले दो चरणों में अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की। इसी प्रेरणा के साथ, इस वर्ष तृतीय चरण को और अधिक व्यापक, प्रभावी एवं दूरगामी दृष्टि से आगे बढ़ाया गया है, ताकि यह अभियान निरंतर विस्तार पाकर समाज में जागरूकता, सेवा और समर्पण की एक सशक्त लहर उत्पन्न करें।

संत निरंकारी मंडल के सचिव जोगिंदर सुखीजा जी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह वृहद अभियान देशभर में 27 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के 900 से अधिक शहरों में 1600 से भी अधिक स्थानों पर एक साथ आयोजित किया जाएगा। इस महाअभियान की यह अभूतपूर्व व्यापकता इसे एक ऐतिहासिक स्वरूप प्रदान करेगी, जिससे जल संरक्षण एवं स्वच्छता का संदेश और अधिक प्रभावशाली रूप से जन-जन तक पहुंचेगा।

इस अभियान को पूर्व की भांति आओ सवारें यमुना किनारे के प्रेरक संदेश के साथ आयोजित किया जा रहा है। संत निरंकारी मिशन के लगभग 10 लाख समर्पित स्वयंसेवक के साथ-साथ इंद्रप्रस्थ, जे.एन.यू. और दिल्ली विश्वविद्यालय सहित विभिन्न संस्थानों के युवाओं के साथ मिलकर जल संरक्षण और स्वच्छता का संदेश जन-जन तक पहुंचाएंगे।

गीतों की संगीतमय प्रस्तुति, समूह गान, जागरूकता सेमिनार और सोशल मीडिया अभियानों के माध्यम से जल जनित रोगों और स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाई जा रही है। यह पहल केवल सफाई तक सीमित न रहकर आज की युवा पीढ़ी को समाज कल्याण की दिशा में सकारात्मक कार्य करने के लिए प्रेरित करने का एक सशक्त माध्यम बनेगी।

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