उत्तराखंड में शत प्रतिशत मिनिस्टर विदाउट पोर्टफोलियो
देहरादून। उत्तराखंड में कैबिनेट मिनिस्टर विदाउट पोर्ट फोलियो के चल रही है। इसको लेकर सवाल खड़े हैं कि आखिर मुख्यमंत्री अभी तक मंत्रियों को विभागों का बंटवारा क्यों नहीं कर सके हैं। क्या इसके लिए भी हाईकमान की अनुममति की जरूरत पड़ रही है।
23 मार्च को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ आठ कैबिनेट मंत्रियों ने शपथ ली थी। माना जा रहा था कि युवा मुख्यमंत्री एक-दो दिन में विभागों का बंटवारा कर देंगे। मगर, एक साप्ताह होने को है अभी तक विभागों के बंटवारों की कोई सूरत नजर नहीं आ रही है।
इसको लेकर जितने मुंंह उतनी बातें भी होने लगी हैं। सरकार में भी अजीब माहौल दिख रहा है। नई सरकार को लेकर उत्साह लगातार कम हो रहा है। ये भी सूचनाएं हैं कि कुछ माननीय विभागों को लेकर प्रेशर पॉलिटिक्स कर रहे हैं। खुद ही बोल रहे हैं कि उन्होंने फलां विभाग अच्छा चलाया यानि उन्हें इस बार भी वो विभाग अनिवार्य तौर पर चाहिए। इससे विभागों का बंटवारा लगातार उलझ रहा है।
माननीयों के पहले दो-तीन दिन तो बधाई लेने में किसी तरह से निकल गए। मगर, अब लोग मंत्री को विभाग के साथ देखना चाहते हैं। ऐसा ही कुछ विलंब मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी विभागों के बंटवारें में किया था। तब खूब सवाल उठे थे।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने शपथ ग्रहण के 24 घंटे के भीतर ही मंत्रियों को विभाग भी बांटे दिए।