पेयजल लाइन निर्माण में बरती जा रही अनियमितता पर भड़की मेयर
ऋषिकेश। नगर निगम के कुछ क्षेत्रों में निर्माणाधीन पेयजल योजना में बरती जा रही अनियमितताओं पर मेयर ने निर्माण एजेंसी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने एनओसी निरस्त करने और एफआईआर कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
उल्लेखनीय है कि नगर निगम में शामिल ग्रामीण क्षेत्र के 14 वार्डों में वर्ल्ड बैंक की 40करोड़ रुपये की जल जीवन मिशन योजना से पेयजल लाइन बिछाई जा रही है। संबंधित क्षेत्र से लगातार शिकायतें आ रही हैं कि निर्माण एजेंसी काम में अनियमितता बरत रही है।
इसको लेकर क्षेत्र में पार्षदों से लोग शिकायत कर रहे हैं। इसी संबंध में आयोजित नगर निगम की बैठक में मेयर निर्माण एजेंसी के अधिकारियों पर भड़क पड़ी। उन्होंने अधिकारियों को जमकर खरी खोटी सुनाई। साथ ही निर्माण एजेंसी को दी गई एनओसी निरस्त करे के निर्देश निगम के अधिकारियों को दिए।
नाराज मेयर ने कार्यदाई संस्था के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज किए जाने के साथ अधिकारियों को मौके पर बंधक बनाए जाने की चेतावनी दी। इस मौके पर कहा गया कि जिन मानकों के मुताबिक एनओसी दी गई निर्माण एजेंसी मौके पर उसका अनुपालन नहीं कर रही है।
इससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों के घरों की दीवारों में दरारे पड़ गई है। बैठक में नगर निगम पार्षदों के विरोध के चलते रखी गई समस्याओं को सुनने के बाद निगम महापौर ने तत्काल प्रभाव से उक्त कार्य के लिए निगम की ओर से दी गई एलओसी को निरस्त कर कर कार्यदाई संस्था के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज किए जाने के लिए निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य नगर आयुक्त गणेश गुणवंत,बीके .सिंह ,राजेंद्र पाल, ए बी एस रावत ,मनोज डबराल, हेमंत कुमार सिंह ,विजेंद्र मोगा, विजय बडोनी, वीरेंद्र रमोला, लक्ष्मी रावत, जयेश राणा, मनीष अग्रवाल, विपिन पंत, सरदार गुरविंदर सिंह, मनीष बंनवाल , सहित जल संस्थान के अधिकारी भी उपस्थित थे ।