मेयर अनिता ममगाईं कर रही तीर्थनगरी के विकास का मार्ग प्रशस्त
ऋषिकेश। तीर्थनगरी ऋषिकेश में विकास की जड़ता अब टूटने लगी है। ऐसा संभव हुआ है नगर निगम की तेज तर्रार मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं की वजह से। मेयर शहर के विकास के मार्ग का प्रशस्त करने में लगी हुई है। इसका असर भी दिखने लगा है।
पिछले 15 सालों में तीर्थनगरी का अपेक्षित विकास नहीं हो सका। इसकी वजह शासन में मजबूत पैरवी का अभाव रहा। इस बात को लोगों ने महसूस किया और 2018 में विकास के प्रति कटिबद्ध चेहरे के रूप श्रीमती अनिता ममगाईं को नगर निगम का मेयर चुना।
मेयर श्रीमती ममगाईं ने लोगों को निराश नहीं किया। वो 24 घंटे के जनप्रतिनिधि के रूप में उभरी। कोरोना काल में लोगों ने उनके जज्बे को देखा। बहरहाल, उन्होंने ऋषिकेश के विकास में आई जड़ता को धीरे-धीरे समाप्त कर इसे विकास के मार्ग पर प्रशस्त करना शुरू किया। इसका असर चारों ओर दिख रहा है।
ऋषिकेश की बेहतरी के लिए उन्होंने शासन में कई बार दस्तक दी। केंद्र में भी प्रयास किए। उन्हें कई प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारने में सफलता भी मिली। कुछ में अवरोध पैदा भी हुए। बावजूद मेयर लगातार प्रयासरत रही।
नगर निगम के मेयर के रूप में श्रीमती अनिता ममगाईं का अभी तक का कार्यकाल हर दृष्टि से सफल रहा। उन्होंने बोर्ड को अच्छे से हैंडिल कर अपनी प्राशासनिक क्षमताओं का भी अहसास कराया। सामाजिक मोर्चे पर मेयर सतप्रतिशत सफल रही। इस बात को उनके वैचारिक विरोधी भी स्वीकारते हैं।