देवस्थानम एक्ट समाप्त नहीं हुआ तो विधानसभा चुनाव में होगा भाजपा का विरोध
हरिद्वार। उत्तराखंड के देवस्थानम एक्ट समाप्त नहीं किया गया तो आसन्न विधानसभा चुनाव में तीर्थ पुरोहित भाजपा का विरोध करेंगे। स्पष्ट किया कि जो हमारा नहीं हम उसके नहीं। साथ ही हिंदुओं के मंदिरों और स्थापित परंपराओं के साथ भाजपा सरकारों द्वारा की जा रही छेड़छाड़ के बारे देश के धर्मानुरागी लोगों के बताएंगे।
अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के बैनर तले हुई बैठक के बाद महासभा मीडिया से रूबरू हुई। महासभा के अध्यक्ष महेश पाठक ने मीडिया के सम्मुख भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। कहा कि जब से भाजपा केंद्र और राज्यों में सरकार में आई है तब से हिंदुओं के मंदिरों का अधिग्रहण और तीर्थ पुरोहितों पर अत्याचार शुरू हो गए हैं। इसका विरोध किया जाएगा।
उत्तराखंड में भाजपा सरकार द्वारा लागू किए गए देवस्थानम एक्ट का विरोध करते हुए कहा कि उत्तराखंड के तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारियों की सुनवाई न होना बताता है कि भाजपा सरकार की मंशा क्या है।
उन्होंने कहा कि बैठक में देश भर के तीर्थ पुरोहितों ने स्पष्ट किया कि देवस्थानम एक्ट समाप्त नहीं किया गया कि चुनाव में भाजपा का विरोध होगा। जो हमारा नहीं हम उसके नहीं का आहवान किया गया है।
उन्हांने कहा कि भाजपा तीर्थ पुरोहितों के योगदान को भुलाने का प्रयास कर रही है। ऐसा संभव नहीं होगा। तीर्थों के विकास से लेकर धर्म के संरक्षण में तीर्थ पुरोहितों की अहम भूमिका थी, है और रहेगी।
उत्तराखंड चारधाम तीर्थ पुरोहित हक हकूधारी महापंचायत के अध्यक्ष कृष्ण कांत कोटियाल ने कहा कि महापंचायत कई बार सरकार के सम्मुख देवस्थानम एक्ट को समाप्त करने का अनुरोध कर चुकी है। मुख्यमंत्री आश्वासन भी दे चुके हैं। बावजूद देवस्थानम बोर्ड को मजबूत करने का काम जारी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के अधिकांश विधायक और मंत्री चाहते हैं कि देवस्थानम एक्ट समाप्त हो। मगर, कुछ मंत्री और विधायक खास वजह से देवस्थानम एक्ट की वकालत कर रहे हैं।
इस मौके पर अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री रामकृष्ण तिवारी, डा. राजेश भारद्वाज, हरीश उपाध्याय, सुरेंद्र सिखौला, प्रदीप झा, हरीश डिमरी, सतीश शुक्ला, अमित वैद्य, अविक्षिम रमन आदि मौजूद थे।