हस्तशिल्प उत्पादों की बिक्री में आने वाली परेशानी कैसे हों दूर
ऋषिकेश। हस्तशिल्प उत्पादों के बिक्री में आने वाली परेशानी को दूर करने के लिए आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला में मार्केट एक्सपर्ट ने महिला उद्यमियों सुझाव दिए।
ओम होटल में आयोजित कार्यशाला के अंतिम दिन की शुरुआत एनआईडी के डिजाइनर विभु नेगी के लेक्चर से हुई। उन्होंने महिलाओं को हस्तशिल्प में उपयोग में आने वाले विभिन्न रंगों की जानकारी दी।
बताया कि कैसे वे उत्पादों की गुणवत्ता को बढ़ा सकते हैं। ईपीसीएच के प्रवीण रावत जी द्वारा महिलाओं को ईपीसीएच के संबंध में बताया गया। जीएसटी कमिश्नर अंजनी कुमार सिंह द्वारा महिलाओं को जीएसटी से संबंधित जानकारी दी गई। अनिल कुकरेती ने महिलाओं को पीएफएमएस के संबंध में जानकारी दी।
भारतीय ग्रामोत्थान संस्था की अध्यक्षा श्रीमती गीता चंदोला के द्वारा महिलाओं को गुणवत्ता नियंत्रण के बारे में बताया गया। एसआईडीबीआई के मार्केटिंग मैनेजर मनीष नेगी ने उत्पादों की
बिक्री हेतु कई प्रकार के टिप्स दिए गए एवं हस्तशिल्पयों को भरोसा दिया गया कि आपके द्वारा हस्तनिर्मित उत्पादों की ब्रांडिंग, बिक्री एवं रोजगार के लिए ैप्क्ठप् पूरी सहायता प्रदान करेगा।
यूकोस्ट से हिमांशु गोयल द्वारा जीआई अर्थात भौगोलिक संकेतक से संबंधित जानकारी दी गई। आज के कार्यक्रम में क्षेत्रीय निदेशक वीरेंद्र कुमार के द्वारा प्रड्यूसर कंपनी की वेबसाइट भी लांच की गई।
कार्यक्रम में नलिन राय द्वारा सबका धन्यवाद दिया गया। कार्यशाला में श्रीमती श्रद्धा कुकरेती, अनीता देवरानी, अमित डोभाल, मुकेश राणा इत्यादि उपस्थित रहे। संचालन एन पी कुकसाल ने किया।