उत्तराखंड

सतयुग के तीर्थ देवप्रयाग में फिर से गलती कर गई भाजपा

राहुल कोटियाल के सामने जमानत भी नहीं बचा पाया भाजपा प्रत्याशी

ऋषि टाइम्स न्यूज

देवप्रयाग। सतयुग के तीर्थ देवप्रयाग की राजनीतिक में भाजपा ने निकाय चुनाव में फिर से गलती दोहरा दी। परिणाम नगर निकाय बोर्ड में भाजपा सभासद विहीन हो गई।

भाजपा के कुछ नेताओं ने ने देवप्रयाग के दिग्गज नेता और भाजपा से जुड़े कृष्ण कांत कोटियाल को राजनीतिक तौर पर ठिकाने लगाने के जो जाल बुना था पूरी भाजपा उसमें फंस गई। पहले निकाय अध्यक्ष पद सामान्य महिला के लिए आरक्षित किया गया। फिर अचानक इसे एससी महिला के लिए आरक्षित कर दिया।

आरोप लग रहे हैं कि ऐसा सिर्फ और सिर्फ कृष्ण कांत कोटियाल को साइड करने के लिए किया गया। एससी सीट पर भी जब भाजपा को जीत को लेकर कुछ संशय नजर आया तो जोड़ तोड़ कर भाजपा ने अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित करा दिया। इसको लेकर देवप्रयाग में जितने मंुह उतनी बातें हो रही हैं।

इसके बाद भाजपा ने चार वार्डोंं को जीतने का प्लान बनाया। भाजपा से जुड़े कोटियाल के बेटे राहुल कोटियाल ने वार्ड नंबर एक से टिकट मांगा तो पार्टी ने नहीं दिया। पार्टी एक नंबर वार्ड से 2018 में अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़े नेता को सभासदी का टिकट पकड़ा दिया।

एक नंबर वार्ड में राहुल कोटियाल ने भाजपा प्रत्याशी की जमानत जब्त करवा दी। यही नहीं शेष तीन वार्डों में भाजपा के हाथ निराशा लगी। इस तरह से देवप्रयाग नगर पालिका बोर्ड में भाजपा का सिर्फ अध्यक्ष ही रह गया है। सारे सभासद निर्दलीय हैं।

दरअसल, भाजपा के कुछ नेताओं ने निकाय चुनाव में जो खेल रचा भाजपा उसमें फंस गई। पूर्व में भाजपा ऐसी ही मात खाती रही है। पिछले दो विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत की वजह को समझने में भाजपा लगातार असफल रह रही है।

बहरहाल, पूरी भाजपा के राहुल कोटियाल को हराने में लगने के बाद भी उनका बड़े अंतर से चुनाव जीत जाना ये देवप्रयाग में अब भाजपा को चुनौती देने के लिए नया नेतृत्व उभरने लगा है। ऐसा सिर्फ भाजपा के कुछ नेताओं की वजह से हुआ। कल तक राहुल कोटियाल की राजनीति में पहचान देवप्रयाग तक ही थी। आज पूरे प्रदेश में चर्चा है।

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