बेरोजगारों का उत्पीड़न कर रही है भाजपा सरकार
देहरादून। प्रदेश की भाजपा सरकार बेरोजगारों का उत्पीड़न कर रही है। वैश्विक महामारी कोरोना में सेवा करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को स्थायी नौकरी देने के बजाए सरकार उन्हें पुलिस से प्रताड़ित करवा रही है।
ये कहना कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का। माहरा ने वैश्विक महामारी कोरोना में हॉस्पिटल में सेवा देने वाले स्वास्थ्य कर्मियों का पुलिस द्वारा किए गए उत्पीड़न की कड़े शब्दों ने निंदा की। कहा कि रोजगार मांगने वालों के खिलाफ सरकार गंभीर धराओं में मुकदमा दर्ज कर रही है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष माहरा ने कहा कि एक तरफ तो सरकार आउटसोर्स कर्मियों को पुनः नौकरी पर रखने की बात करती है वहीं दूसरी ओर अपनी जायज मांग को लेकर आन्दोलनरत बेरोजगार नवयुवकों को रोजगार देने की बजाय मुकदमे लादने जैसा निन्दनीय काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने विधानसभा चुनाव में बडे-बडे वादे कर बेरोजगारों को रोजगार देने की बात की थी परन्तु सत्ता में आते ही अपनी जायज मांगों को लेकर चलाये जा रहे शांतिपूर्ण आन्दोलन में मुख्यमंत्री आवास कूच कर रहे बरोजगार हुए नौजवानों पर सरकार के इशारे पर मुकदमे दर्ज किये जा रहे है।
उन्होंने यह भी कहा कि बेरोजगारों के मामले में भी भाजपा सरकार दोहरी नीति अपना रही है एक तरफ अपने चहेतों को को-आपरेटिव संस्थानों में बैकडोर से नौकरियां दी जा रही हैं वहीं आम बेरोजगार नवयुवकों द्वारा अपना हक मांगने पर उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज किये जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य गठन के मूल में बेरोजगारी सबसे बडा मुद्दा था परन्तु आज भाजपा की राज्य सरकार इन्हीं बेरोजगार नवयुवकों का उत्पीड़न कर रही है जिसे कतई बर्दास्त नहीं किया जायेगा।
इस मामले को लेकर कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के पुलिस प्रमुख से भी मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा। ने प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत के नेतृत्व में कांग्रेस प्रतिनिधिमण्डल ने कहा कि नौकरी से निकाले गये इन 2200 आउटसोर्स कर्मियों द्वारा कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में अपनी जान हथेली पर रखकर राज्य के विभिन्न चिकित्सालयों में सेवा देने वाले इन कर्मियों को राज्य सरकार द्वारा नौकरी से निकाला जाना उनके भविष्य के साथ खिलवाड है।
यही नहीं इन कर्मियों द्वारा अपनी जायज मांगों लेकर निकाले गये मार्च के दौरान पुलिस द्वारा मारपीट तथा संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाना सरकार की हिटलरशाही को दर्शाता है। कांग्रेस प्रतिनिधिमण्डल ने मांग की कि सभी 2200 आउटसोर्स कर्मियों की नौकरी बहाल की जाय तथा मारपीट के लिए दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाय।
ज्ञापन देने वालों में प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, पूर्व मंत्री अजय सिंह, प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी, प्रदेश प्रवक्ता सुजाता पॉल, अमरजीत सिंह, कपिल भाटिया, पुष्कर सारस्वत आदि शामिल थे।