उत्तराखंड

चारधाम यात्राः बगैर रोटेशन के कैसे होगी परिवहन की व्यवस्था

ऋषिकेश। करीब चार दशक से चारधाम यात्रा की परिवहन व्यवस्था संभालने वाली नौ निजी मोटर कंपनियां का रोटेशन इस बार नहीं है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर परिवहन की व्यवस्था कैसे होगी। क्या लोगों को वाहनों के लिए भटकना तो नहीं पड़ेगा।

चारधाम यात्रा पिछले दो साल पूरी तरह से ठप रही। सूचनाएं मिल रही हैं कि इस बार यात्रा खूब चलेगी। वाहनों/लॉज की एडवांस्ड बुकिंग आ रही हैं। सरकार के स्तर से भी इस प्रकार के दावे हो रहे हैं। यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव बैठक ले चुके हैं।

बैठक में तमाम विभागों को यात्रा शुरू होने से पूर्व तैयारियां पूरी कर लेने के निर्देश हैं। देहरादून के अलावा बैठकों की ऐसी एक्सरसाइज यात्रा से संबंधित जिलों में भी चल रही है। बैठकों में चल रही तैयारियां धरातल पर खास नहीं दिख रही हैं।

चारधाम यात्रा शुरू होने में एक माह से भी कम समय रह गया है। मगर, अभी तक निजी मोटर कंपनियां का रोटेशन नहीं बना। ऐसे में परिवहन की व्यवस्था परेशानी खड़ी कर सकती है। यात्रियों को वाहनों के लिए भटकना पड़ सकता है। इस प्रकार यात्रा के तमाम पड़ावों पर भी खास तैयारियां नहीं दिख रही हैं।

प्रदेश के नगर विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का कहना है कि निकायों को चारधाम यात्रा में सफाई व्यवस्था प्रॉपर रखने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा अन्य विभागों को भी जरूरी कार्य करने को कहा गया है। दावा किया कि चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी।

देश-विदेशी से आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए सुविधाओं का ध्यान रखा जाएगा।

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