महिला के साथ छेड़छाड़ के आरोपों को बताया बेबुनियाद
ऋषि टाइम्स न्यूज
ऋषिकेश। कैबिनेट मंत्री ( अब पूर्व) के विरोध के दौरान महिला के साथ हुई आंदोलनाकरियों की नोकझोंक का मामला पुलिस तक पहुंच गया है। महिला ने छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। इस मामले में बगैर जांच पड़ताल के मुकदमा दर्ज किए जाने पर लोगों ने रायवाला पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े किए हैं।
जिन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है उसमें मेयर पद के निर्दलीय प्रत्याशी रहे दिनेश चंद्र मास्टर जी, एडवोकेट लालमणि रतूड़ी, बीडीसी मेंबर बॉबी रांगड़, हिमांशु पंवार और सीताराम रणाकोटी ने शुक्रवार को मीडिया के सम्मुख पूरा मामला रखा।
कहा कि पहाड़ी समाज को विधानसभा में अपशब्द कहने वाले कैबिनेट मंत्री ( अब पूर्व) का विरोध करने के लिए मौके पर पहुंचे थे। पुलिस ने मंत्री के कार्यक्रम स्थल से काफी दूर लोगों को रोक लिया था।
लोगों ने नारों से अपना विरोध दर्ज कराया। इसी दौरान भाजपा से जुड़ी एक महिला आंदोलनकारियों के बीच पहुंची और तर्क करने लगी। तब मौके पर बड़ी संख्य पुलिस तैनात थी। महिला के साथ किसी ने अभद्रता नहीं की।
आठ दिन बाद महिला ने तमाम आरोपों के साथ मुकदमा दर्ज कराया। एडवोकेट लालमणि रतूड़ी, बीडीसी मेंबर बॉबी रांगड़, हिमांशु पंवार और सीताराम रणाकोटी ने कहा कि महिला किसी के प्रभाव में आकर ऐसा कर रही है।
सवाल उठाया कि महिला के साथ आंदोलनकारियों के जो कुछ तर्क हुए वो पुलिस की मौजूदगी में हुए। ऐसे में पुलिस का बगैर जांच पड़ताल किए मुकदमा दर्ज करना कुछ और ही कहानी बयां करता है। कहा कि ये निकाय चुनाव में दिनेश चंद्र मास्टर जी के पक्ष में काम करने का बदला है।
सवाल उठाया कि मौके पर डेढ़ दो सौ लोग मौजूद थे। सीताराम रणाकोटी तो मौके पर भी नहीं था। आखिर उसका नाम कैसे आएगा। जोर देकर कहा कि महिला ने उनकी छवि धूमिल करने का प्रयास किया है। इस मामले को उचित स्तर पर रखेंगे। साथ ही पुलिस की भूमिका पर रोष प्रकट करते हुए कहा कि रायवाला थाना पुलिस के खिलाफ मानवाधिकार आयोग में जाएंगे। इस मौके पर सुधीर राय, संजय सकलानी, राहुल रावत, कुसुम जोशी, शर्मिला, पुष्पा रावत आदि मौजूद रहे।