श्री बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद
श्री बदरीनाथ। हिंदुओं की आस्था के प्रतीक आदिधाम श्री बदरीनाथ के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। इसके साथ ही राज्य के चारों धामों की यात्रा शीतकाल के लिए बंद हो गई हैं।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के दोपहर बाद तीन बजकर 35 मिनट पर आदिधाम श्री बदरीनाथ के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। कपाट बंद करने की प्रक्रिया 15 नवंबर को पंच पूजाओं के साथ शुरू हो गई थी। अंतिम दिन उद्धव और कुबेर के मंदिर परिसर में प्रवेश करते ही कपाट बंद कर दिए गए।
इस मौके पर जिला प्रशासन और श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के आलाधिकारी मौजूद रहे। साथ ही कपाट बंद होने की प्रक्रिया का गवाह बनने के लिए हजारों श्रृद्धालु मौके पर मौजूद रहे।
कपाट बंद होने के मौके पर मंदिर और पूरे परिसर को खास तरीके से सजाया गया था। इस वर्ष 15 लाख से अधिक श्रृद्धालुओं ने श्री बदरीनाथ धाम के दर्शन कर पुण्य कमाया।
इसके साथ ही उत्तराखंड के चारों धाम शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। अब कपाट खुलने तक पूजा अर्चनाएं शीतकालीन गददी स्थल पर होंगे।